Box Office पर कायम Kantara का जलवा कायम, हिन्दी भाषा में 100 करोड़ कमाने की और तेजी से बढ़ रही फिल्म

Box Office: पिछले कुछ सालों में हिन्दी भाषी राज्यों खासकर उतर भारत में तमिल, टेलगु और कन्नड़ फिल्मों को लोग पसंद करने लगे हैं.

हालांकि आजकल हर बड़ा निर्माता अपनी फिल्म को अपने राज्य की भाषा के साथ साथ हिन्दी में भी रिलीज कर रहा है, लेकिन दक्षिण भारतीय फिल्मों की बढ़ती लोकप्रियता ने बॉलीवुड फिल्मों को काफी पीछे धकेल दिया है.

दक्षिण भारतीय फिल्मों ने हिन्दी भाषी राज्यों में कमाई का तहलका मचाया हुआ है जैसे KGF और Pushpa के बाद अब ऋषभ शेट्टी की Kantara भी एक ऐसी फिल्म बन गई है जिसने कमाई के झंडे गाड़ दिए हैं.

हालात ये हैं की अजय देवगन और अक्षय कुमार जैसे बड़े बॉलीवुड सितारों की फिल्मे इस फिल्म से टकरा कर फ्लॉप होकर निकली हैं.

kantara दूसरी ऐसी कन्नड़ फिल्म बन गई है जिसे देशभर में इतना ज्यादा प्यार मिल रहा है, पहली फिल्म Kgf थी. फिल्म का हिंदी वर्जन भी बॉक्स ऑफिस पर धमाकेदार बिजनेस कर रहा है और जिस रफ्तार से यह फिल्म भाग रही है उससे ऐसा लगता है कि बहुत जल्द यह 100 करोड़ क्लब में भी शामिल हो जाएगी. चलिए जानते हैं फिल्म कांतारा का अभी तक का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन.

kantara की सफलता से अजय देवगन की thank god और अक्षय कुमार की ram setu फ्लॉप हो गई

बॉक्स ऑफिस पर ‘कांतारा’ का जलवा!

एक तरफ जहां बॉलीवुड फिल्में थिएटर्स में मुश्किल से 10 दिन पूरे कर पा रही हैं वहीं दूसरी तरफ कांतारा पिछले 4 हफ्तों से लगातार सिनेमाघरों में टिकी हुई है. फिल्म को लेकर फैंस का दीवानापन कुछ इस कदर है कि ‘राम सेतु’ और ‘थैंक गॉड’ जैसी फिल्मों को भी इस फिल्म ने सिनेमाघरों से रिप्लेस किया है.

100 करोड़ क्लब में कांतारा की एंट्री?

कांतारा हिंदी के बॉक्स ऑफिस कलेक्शन की बात करें तो खबर है कि फिल्म का अभी तक का कुल कलेक्शन 60 करोड़ से ऊपर जा चुका है.

माना जा रहा है कि सिर्फ सिनेमाघरों से ही फिल्म बहुत आसानी से 100 करोड़ का बिजनेस कर सकती है. क्योंकि अभी फिलहाल बॉलीवुड की कोई ऐसी बड़ी फिल्म रिलीज नहीं हो रही है तो इसका फायदा भी फिल्म को मिलेगा.

क्यों फ्लॉप हो रही हैं बॉलीवुड फिल्में?

बता दें कि हाल ही में HT के साथ बातचीत में ऋषभ शेट्टी ने बताया था कि क्यों बॉलीवुड फिल्में साउथ की फिल्मों जैसा कमाल नहीं दिखा पा रही हैं.

इस बारे में अपना ओपिनियन देते हुए एक्टर-डायरेक्टर ऋषभ शेट्टी ने कहा कि निर्देशकों को यह बात याद रखनी चाहिए कि वह फिल्में अपने लिए नहीं, ऑडियंस के लिए बना रहे हैं. साथ ही साथ मेकर्स का जड़ों से जुड़े रहना भी जरूरी है.